एक बूँद
बुधवार, 28 फ़रवरी 2018
ईश्वर
मैं प्रेम पूरित
मैं करुणचित्त
तुम नित्य मेरी
ममता जनित
सब और से
स्नेह निहित
तुम बूझ लो
यह सर्वविदित।
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