एक बूँद
रविवार, 9 अप्रैल 2023
Small poem
हाँ, मैंने तो पेट भर लिया अपना ही ग़म खाकर,
भूखे तुम भी रहना मत, खौफ़ खुदा का खा लेना।
-पूजा अनिल
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