पहला, तुम हो
दूजा, तुम ही हो
तीसरा भी तुम
चौथा हुआ कोई
तो तुम ही होगे
तुम से पहले भी
तुम ही थे
तुम्हारे बाद भी
तुम्हें ही होना है
स्वयं के भीतर भी
तुम ही
अपने से बाहर भी
तुम ही
अस्तित्त्व में तुम
विलुप्त भी तुम
गति में तुम
स्थिरता भी तुम
कहो, जाना तुमने
तुमसे अधिक कुछ?
- पूजा अनिल
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