शुभ हो पर्व रंगों का
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गुलाबी नीला मन लाल जामुनी,
निराला बडा चटक माह फागुनी।
भेज रहे उनको मन ही मन संदेश
रहते हैं जो प्रिय, किसी दूर देश।
थोडा सा मन को मीठा कर लेना
बीते दिनों का रिश्ता याद कर लेना।
मां बाबा अब साथ नहीं हैं तो क्या,
आशीष से उनके दामन भर गया।
अजब अद्भुत रंगों की रंगोली हो
हर दिन प्रेम प्यार की होली हो।
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शुभ हो रंगोत्सव।
🌈🌺🌸🌼🔵💚🌈🥰
-पूजानिल
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